Hindi Love poem
एक चांद....
आज बड़े दिनों बाद
दिल के बादलों में एक चांद नजर आया है।
कहता है मुझसे, तू अंजान नजर आता है।
तू पराया है,
फ़िर भी कुछ अपना
महसूस होता है।
कभी सपना तो कभी हकीक़त सा लगता है।
तेरा चेहरा मुझे ख़ूबसूरत याद सा नज़र आता है।
कुछ अपना तो कुछ पराया लगता हैं।
एं ख़ूबसूरत पल मुझे थंब सा नजर आता हैं।
ए सारे पल उस उपर वाले की देन नज़र आती हैं।
एक चांद ओर चकोर को मिलाने की सुंदर साजिशसी नज़र आती हैं।
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